Credit Line vs Overdraft: आजकल के जमानें में पैसों की जरूरत किसी को भी कभी भी पड़ सकती है। चाहे मेडिकल बिल चुकाना हो, बच्चों की स्कूल की फीस देनी हो, घर बनवाना हो या फिर अपने बिजनेस के लिए ज्यादा पैसा चाहिए हो - बैंक या एनबीएफसी इस स्थिति में लोन के अलावा आपको दो और ऑप्शन देता है।
पहला- क्रेडिट लाइन (Credit Line) और दूसरा - ओवरड्राफ्ट (Overdraft). दोनों का मकसद सुनने में एक जैसे लग सकते हैं लेकिन दोनों में अंतर होता है जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए।
इस आर्टिकल में हम आपको उदाहरण के साथ आसान भाषा में दोनों का अंतर समझाएंगे और साथ ही यह भी बताएंगे कि आपको कब क्रेडिट लाइन लेना चाहिए और कब ओवरड्राफ्ट की सुविधा लेनी चाहिए।
क्या है Credit Line?
क्रेडिट लाइन को ही कई लोग लाइन ऑफ क्रेडिट भी कहते हैं। क्रेडिट लाइन, बैंकों या एनबीएफसी द्वारा दिया जाने वाला एक फ्लेक्सिबल (Flexible) लोन है जिसे सिर्फ अच्छे क्रेडिट इतिहास वाले व्यक्तियों को ही दिया जाता है।
इसमें बैंक एक अधिकतम लिमिट तय करता है, जिसके भीतर आप जरूरत के हिसाब से पैसा निकाल सकते हैं। इसमें खास बात यह है कि आप जितनी रकम निकालते हैं, सिर्फ उसी पर ब्याज लगता है, पूरी लिमिट पर नहीं। बाकी पैसा बैंक के पास ही रहता है जब तक आप उसे इस्तेमाल न करें।
उदाहरण से समझिए
मान लीजिए की बैंक वालों ने या फिर एनबीएफसी कंपनियों ने रिया नाम की महिला को ₹1,00,000 की क्रेडिट लाइन दी है। अब रिया को मेडिकल इमरजेंसी के लिए ₹20,000 की जरूरत है तो वह इसका इस्तेमाल कर सकती है। उसे केवल ₹20,000 पर ही ब्याज देना होगा।
अगर वह इसे चुका देती है, तो वह क्रेडिट लाइन का फिर से इस्तेमाल कर सकती है। यह फ्लेक्सिबल इसलिए है क्योंकि इसमें आपको हर बार नए लोन के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं है।
आप क्रेडिट लाइन और क्रेडिट लिमिट में कंफ्यूज ना हों। क्रेडिट लाइन एक प्रकार की लोन सुविधा है जबकि क्रेडिट लिमिट अधिकतम खर्च या उधारी की सीमा है।
ओवरड्राफ्ट क्या है?
ओवरड्राफ्ट सुविधा बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा प्रदान की जाने वाली एक वित्तीय सेवा है जो खाताधारकों को अपने करंट या सेविंग अकाउंट से पैसे निकालने की अनुमति देती है, भले ही खाते में पर्याप्त राशि हो या ना हो।
उदाहरण से समझिए
मान लीजिए की अमित नाम के किसी व्यक्ति के बैंक अकाउंट में सिर्फ 5000 रुपये है और बैंक ने उसे 25000 रुपये की OD सुविधा दी है। अब ऐसे में अमित बैंक में मात्र 5000 होते हुए भी चाहे तो 20,000 रुपये निकाल सकता है।
हालांकि इसके बाद उसका खाता -₹15,000 हो जाएगा और उसे सिर्फ -₹15,000 पर ही ब्याज देना होगा।
क्रेडिट लाइन के लिए कौन पात्र?
- सैलरीड व्यक्ति
- स्वरोजगार करने वाले या फिर छोटे बिजनेस मैन
- अच्छे क्रेडिट स्कोर वाले
ओवरड्राफ्ट के लिए कौन पात्र?
- बैंक के मौजूदा ग्राहक
- बैंक में सैलरी अकाउंट या एफडी होना अनिवार्य
आपको कब कौन सा चुनना चाहिए?
यदि आप फ्लेक्सिबल लोन चाहते हैं, आपको एक से अधिक बार पैसों की जरूरत हो सकती है, और आप इसे किसी ऐप या अलग खाते के माध्यम से मैनेज करना चाहते हैं, तो क्रेडिट लाइन चुनें।
यदि आपके पास पहले से ही बैंक खाता है और आपको लोन लिए बिना शॉर्ट टर्म में पैसों की जरूरत है तो ओवरड्राफ्ट चुनें।