यूपी के युवा क्रिकेटर और आईपीएल खिलाड़ी विपराज निगम एक ब्लैकमेलिंग मामले के शिकार हो गए हैं। बाराबंकी के रहने वाले विपराज को रिचा पुरोहित नाम की महिला ने इंटरनेशनल नंबरों से कॉल कर धमकी दी और पैसों की डिमांड की। महिला ने कहा कि अगर उसकी मांगें पूरी नहीं कीं तो वह क्रिकेटर की फर्जी वीडियो वायरल कर पूरे परिवार को बदनाम कर देगी।
विपराज ने रविवार शाम करीब 4 बजे बाराबंकी नगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि यह महिला उन्हें सितंबर से लगातार ब्लैकमेल कर रही है। क्रिकेटर के अनुसार, बार-बार धमकी भरी कॉल आने के कारण वे मानसिक रूप से बेहद परेशान हैं।
विपराज निगम दिल्ली कैपिटल्स टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं। वे दाएं हाथ के बल्लेबाज और लेग ब्रेक गेंदबाज हैं। 20 साल की उम्र में ही उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में पहचान बनाई। 2024-25 सीजन में उन्होंने दिल्ली की ओर से बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए सबका ध्यान खींचा था।
एफआईआर में क्या लिखा
विपराज ने अपनी शिकायत में लिखा है कि सितंबर 2025 से रिचा पुरोहित नाम की महिला उन्हें लगातार धमकी भरे कॉल और मैसेज भेज रही है। जब उन्होंने नंबर ब्लॉक किया, तो महिला ने कई इंटरनेशनल नंबरों से संपर्क करना शुरू कर दिया। महिला ने कहा कि अगर उसने उसकी डिमांड पूरी नहीं की, तो वह झूठे केस में फंसा देगी और आपत्तिजनक वीडियो-फोटो वायरल करके बदनाम करेगी।
क्रिकेटर ने कहा कि इस घटना से उनका मानसिक उत्पीड़न हो रहा है और सुरक्षा को गंभीर खतरा है। उन्होंने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। नगर कोतवाल सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है और कॉल डिटेल्स की जांच की जा रही है।
विपराज का क्रिकेट करियर
20 वर्षीय विपराज ने उत्तर प्रदेश टी-20 लीग 2024 में लखनऊ फाल्कन्स के लिए खेलते हुए 12 मैचों में 20 विकेट झटके थे और वे टूर्नामेंट के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे। उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तीन मैच खेलते हुए 13 विकेट हासिल किए और टी-20 में अब तक 9 विकेट लिए हैं।
विपराज ने बचपन में ही क्रिकेट की शुरुआत की थी। 10 साल की उम्र में उनके पिता, जो पेशे से शिक्षक हैं, उन्हें बाराबंकी के यूथ क्रिकेट क्लब में कोच सरवर नवाब के पास ले गए थे। पहले वह बल्लेबाजी करते थे, लेकिन अंडर-19 ट्रायल्स के दौरान उनकी गेंदबाजी की पहचान हुई और उन्हें यूपी टीम में बतौर बॉलर चुना गया। नेशनल क्रिकेट एकेडमी में भी उन्हें गेंदबाज के रूप में जगह मिली।
पिछले साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बाद आईपीएल टीम दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें अपने स्क्वाड में शामिल किया।