कैसे चुनें एक अच्छा पेनी स्टॉक? आसान शब्दों में जानिए पूरी जानकारी

एक सवाल मन ये जरूर आता है कि आखिर अच्छे पेनी स्टॉक की पहचान कैसे की जाए या पेनी स्टॉक का चयन कैसे करें जिससे आपका निवेश वास्तव में जबरदस्त तरीके से बढ़ सके। चलिए डिटेल में जानते हैं।

कैसे चुनें एक अच्छा पेनी स्टॉक? आसान शब्दों में जानिए पूरी जानकारी

Penny Stock: प्रतीकात्मक तस्वीर

Penny Stock: पेनी स्टॉक्स को अक्सर शेयर बाजार की ‘लॉटरी टिकट’ माना जाता है जो सस्ते, छोटे और उम्मीदों से भरे होते हैं। लेकिन ₹10 या ₹50 से कम में शेयर खरीदने के पीछे जोखिम और छिपे हुए बड़े अवसर होते हैं। पेनी स्टॉक्स आमतौर पर छोटी, कम चर्चित कंपनियों के शेयर होते हैं जो बहुत कम कीमतों पर ट्रेड करते हैं, हालांकि यह जितने रिवार्डिंग होते हैं उतने ही रिस्की भी होते हैं।

 

ऐसे में एक सवाल मन ये जरूर आता है कि आखिर अच्छे पेनी स्टॉक की पहचान कैसे की जाए या पेनी स्टॉक का चयन कैसे करें जिससे आपका निवेश वास्तव में जबरदस्त तरीके से बढ़ सके। चलिए डिटेल में जानते हैं।

 

पेनी स्टॉक क्या है?

 

पेनी स्टॉक आमतौर पर कम कीमत वाले (भारतीय बाजारों में ₹100 से कम), कम मार्केट कैपिटलाइजेशन वाले (छोटी कंपनियां), कम कारोबार वाले (खरीदार और विक्रेता कम), हाई रिस्क वाले और हाई संभावित लाभ वाले शेयर होते हैं।

पेनी स्टॉक जोखिम भरे क्यों होते हैं?

पेनी स्टॉक कई कारणों से जोखिम भरे होते हैं। पहला, इनमें से कई कंपनियों का वित्तीय इतिहास सीमित होता है या उनका ट्रैक रिकॉर्ड खराब होता है। कुछ कंपनियां कड़े कंपीटिशन वाले क्षेत्रों में हैं या उनके प्रोडक्ट पुराने हो चुके हैं। कुछ दिवालिया होने के कगार पर हैं या अभी शुरुआत कर रही हैं।

 

दूसरा, कैश की कमी- इसका मतलब है कि इन शेयरों को जल्दी बेचना मुश्किल है। ₹5 में खरीदा गया शेयर ₹3 तक गिर सकता है, लेकिन अगर यह ₹10 तक भी बढ़ जाए, तो आपको इसे खरीदने के लिए कोई व्यक्ति ढूंढने में मुश्किल हो सकती है।

 

तीसरा, कई पेनी स्टॉक हेरफेर के शिकार होते हैं, जिन्हें अक्सर पंप-एंड-डंप स्कीम द्वारा निशाना बनाया जाता है। बेखबर खुदरा निवेशक व्हाट्सएप टिप्स या टेलीग्राम ग्रुप्स द्वारा ‘मल्टीबैगर’ रिटर्न का वादा करके लुभाए जाते हैं। जब तक वे खरीदारी करते हैं, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।

पेनी स्टॉक कब फायदेमंद हो सकते हैं?

खतरों के बावजूद, ऐसे कई मामले भी हैं जहां पेनी स्टॉक ने निवेशकों को छप्परफाड़ रिटर्न दिया है। जिन निवेशकों ने TTK Prestige, Avanti Feeds, और Caplin Point जैसी कंपनियों के शेयरों को शुरुआती दौर में ही पहचान कर ली थी आज उनके रिटर्न में भारी भरकम वृद्धि देखने को मिल सकती है। हालांकि सभी पेनी स्टॉक ऐसा रिटर्न नहीं देते हैं, जिनका मजबूत बिजनेस मॉडल, साफ-सुथरी बैलेंस शीट, मजबूत प्रमोटर और ग्रोथ की संभावनाएं होती हैं उनमें ऐसा रिटर्न देखने को मिल सकता है।

पेनी स्टॉक को कैसे चुनें - क्या देखें?

बिजनेस मॉडल को समझें

सबसे आसान सवाल पूछकर शुरुआत करें जैसे की यह कंपनी असल में क्या करती है? अगर कंपनी औद्योगिक पुर्जे, रसायन या तकनीकी समाधान बेचती है, तो समझें कि उसके ग्राहक कौन हैं। क्या यह कोई स्पेशल प्रोडक्ट है जिसकी मांग बढ़ रही है? क्या कंपनी किसी एक खरीदार या बाजार पर निर्भर है? अगर बिजनेस मॉडल बहुत जटिल या अस्पष्ट है तो उससे बचें।

 

कंपनी के फाइनेंशियल को समझें

पिछले 3-5 साल में रेवेन्यू कैसा रहा है, नेट प्रॉफिट कितना रहा है (क्या वे पैसा कमा रहे हैं या खो रहे हैं?), कंपनी पर कितना लोन है (बहुत अधिक लोन एक खतरे का संकेत है), कैश फ्लो कैसा है यह सब चके करें। यदि कंपनी लगातार घाटे में चल रही है, प्रॉफिटैबिलिटी का कोई स्पष्ट रास्ता नहीं है, या भारी कर्ज में है, तो इस कंपनी के शेयरों पर दांव लगाने लायक नहीं है - चाहे कीमत कितनी भी कम क्यों न हो।

 

प्रमोटरों और मैनेजमेंट की जांच करें

कंपनी चलाने वाले लोग मायने रखते हैं। चेक करें की प्रमोटर कौन हैं? क्या उन्होंने अन्य कंपनियों को सफलतापूर्वक चलाया है?क्या कंपनी में उनकी बड़ी हिस्सेदारी है?

 

बाजार नियामक (सेबी) के नियमों का पालन करे 

विश्वसनीय पेनी स्टॉक नियमित रूप से अपने फाइनेंशियल रिजल्ट (Quarterly Results) जारी करते हैं, एनुअल जनरल मीटिंग करते हैं और स्टॉक एक्सचेंज के नियमों का पालन करते हैं। अगर कंपनी ने फाइनेंशियल रिजल्ट जारी नहीं करती हैं या उल्लंघनों के लिए अक्सर जुर्माना लगाया जाता है, तो यह एक खतरे की घंटी है। यह भी चेक करें कि क्या कंपनी कभी सेबी की जांच के दायरे में रही है या उसे डीलिस्ट और रीलिस्ट किया गया है?

 

सुझावों और अफवाहों से बचें

कई पेनी स्टॉक अफवाहों के आधार पर तेजी से बढ़ते हैं। उदाहरण के लिए ऐसी अफवाह अगर आए की यह स्टॉक अगला इंफोसिस बन जाएगा! तो इन बातों पर ध्यान न दें क्योंकि अक्सर अंदरूनी लोग ऐसे मामलों में हेरफेर करते हैं।

 

सोशल मीडिया या व्हाट्सएप पर ‘गारंटीकृत’ मल्टीबैगर दावों पर ध्यान न दें। अगर कोई स्टॉक वाकई वैल्यूएबल है, तो आपको उसके बिजनेस प्रिंसिपल में इसके संकेत दिखाई देंगे।

 

रियल ग्रोथ पोटेंशियल की तलाश करें

कभी-कभी, पेनी स्टॉक अनदेखे रत्न होते हैं। कोई कंपनी आज छोटी हो सकती है, लेकिन अगर वह किसी बढ़ते क्षेत्र में काम करती है, उसकी बिक्री या ऑर्डर बढ़ रहे हैं, वह नई तकनीक या क्षमता में निवेश कर रही है, उसने हाल ही में पार्टनरशिप या निर्यात में एंट्री ली है, तो ऐसे स्टॉक्स के भविष्य में बढ़ने की संभावना अधिक होती है।

गोल्डन रूल- बड़ा दांव न लगाएं

अपनी पूरी बचत अनजान नामों वाले कंपनियों के शेयरों में निवेश करना समझदारी नहीं है, चाहे वे कितने भी आकर्षक क्यों न दिखें। ज्यादातर एक्सपर्ट यह सलाह देते हैं कि आपके पोर्टफोलियो का 5-10% से ज्यादा हिस्सा हाई रिस्क वाले स्मॉल-कैप या पेनी स्टॉक में न लगाया जाए।

 

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। The Headlines हिंदी अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।