Rule Change From 1st October: आज से अक्टूबर महीने की शुरुआत हो चुकी है और हर बार की तरह इस बार भी 1 अक्टूबर 2025 से आपकी जेब पर सीधा असर डालने वाले कुछ चीजों में बदलाव लागू हो चुका है जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए।
इन बदलावों में एलपीजी सिलेंडर की कीमतें, UPI से जुड़ा नियम, ऑनलाइन ट्रेन टिकट को लेकर नियम इत्यादि जैसे बड़े बदलाव शामिल है। चलिए एक-एक कर जानते हैं।
1. एलपीजी सिलेंडर हुआ महंगा
1 अक्टूबर 2025 से 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में इजाफा हुआ है। हालांकि पिछले कुछ महीनों से तेल कंपनियां इसमें कटौती कर रही थी लेकिन आज कॉमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर महंगा हुआ है।
IOCL की वेबसाइट के मुताबिक:
- दिल्ली में 19 किलोग्राम वाला कॉमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर 15 रुपये महंगा हुआ है जिसके बाद सिलेंडर की कीमत 1580 रुपये से बढ़कर 1595 रुपये हो गई है।
- कोलकाता में 19 किलोग्राम वाला कॉमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर 16 रुपये महंगा हुआ है जिसके बाद सिलेंडर की कीमत 1684 रुपये से बढ़कर 1700 रुपये हो गई है।
- मुंबई में भी 19 किलोग्राम वाला कॉमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर 16 रुपये महंगा हुआ है जिसके बाद सिलेंडर की कीमत 1531 रुपये से बढ़कर 1547 रुपये हो गई है।
- चेन्नई में भी 19 किलोग्राम वाला कॉमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर 16 रुपये महंगा हुआ है जिसके बाद सिलेंडर की कीमत 1738 रुपये से बढ़कर 1754 रुपये हो गई है।
हालांकि तेल कंपनियों ने 14 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर (रसोई गैस) की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया है।
2. ऑनलाइन ट्रेन टिकट के नियम बदले
इंडियन रेलवे ने आज से ऑनलाइन ट्रेन टिकट की बुकिंग में हो रही धांधली को रोकने के लिए आज से नया नियम लागू किया है। इस नए नियम के मुताबिक रिजर्वेशन विंडो खुलने के पहले 15 मिनट तक सिर्फ ऐसे लोग ही टिकट बुक कर सकेंगे, जिनका आधार (Aadhaar) वेरिफिकेशन हो चुका हो।
पहले यह नियम सिर्फ तत्काल टिकट बुकिंग पर लागू था जिसे अब सामान्य टिकट बुकिंग पर भी लागू किया गया है।
3. प्लेन से सफर करना हो सकता है महंगा
अगर आप फ्लाइट से ट्रैवल करते हैं तो अब आपको ज्यादा पैसे खर्चने पड़ सकते हैं। दरअसल प्लेन में इस्तेमाल होने वाला फ्यूल (ATF Fuel) की कीमतें बढ़ी है। यही कारण है कि अब एयरलाइन कंपनियां भी यात्रियों से टिकट का ज्यादा पैसा वसूल सकती हैं।
4. UPI से जुड़ा ये नियम बदला
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को बनाने वाली NPCI ने बीते 29 जुलाई के एक सर्कुलर में बताया था कि सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले यूपीआई फीचर्स में से पीयर टू पीयर (P2P) कलेक्ट ट्रांजैक्शन है जिसे आज यानी 1 अक्टूबर से हटाया जा रहा है। यूजर्स सिक्योरिटी को मजबूत करने और फाइनेंशियल फ्रॉड रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है।