एलआईसी का तिमाही मुनाफा 10,098 करोड़ पार, प्रीमियम इनकम और शेयर वैल्यू दोनों में उछाल

कंपनी का शुद्ध मुनाफा 10,098 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 7,729 करोड़ रुपए की तुलना में 30.65% अधिक है।

एलआईसी का तिमाही मुनाफा 10,098 करोड़ पार, प्रीमियम इनकम और शेयर वैल्यू दोनों में उछाल

एलआईसी का तिमाही मुनाफा 10,098 करोड़ पार / LIC website / Canva

देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में मजबूत नतीजे पेश किए हैं। कंपनी का शुद्ध मुनाफा 10,098 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 7,729 करोड़ रुपए की तुलना में 30.65% अधिक है। एलआईसी के ये नतीजे इस बात का संकेत हैं कि कंपनी ने अपनी वित्तीय स्थिति और बाजार में पकड़ दोनों को और मजबूत किया है।

 

प्रीमियम इनकम में 5.5% की बढ़ोतरी

 

एलआईसी की नेट प्रीमियम इनकम यानी बीमा पॉलिसियों से मिलने वाली कुल राशि में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जुलाई से सितंबर 2025 के बीच कंपनी को 1,26,930 करोड़ रुपए प्रीमियम के रूप में प्राप्त हुए। जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 1,20,326 करोड़ रुपए था। यानी कंपनी की प्रीमियम इनकम में 5.49% की वृद्धि हुई है। यह इस बात का प्रमाण है कि लोगों का एलआईसी पर भरोसा लगातार कायम है और नई पॉलिसियों के साथ नवीनीकरण की संख्या भी बढ़ी है।

 

एलआईसी की कुल आय (Total Income) भी सालाना आधार पर बढ़ी है। कंपनी ने बताया कि उसकी कुल आय 7.54% बढ़कर 2,40,454 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। यानी बीमा कारोबार के अलावा निवेश और अन्य स्रोतों से भी कंपनी को अच्छा रिटर्न मिला है।

 

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव

 

तिमाही नतीजे आने से पहले 6 नवंबर को एलआईसी का शेयर मामूली गिरावट के साथ 1.29% नीचे जाकर ₹894 पर बंद हुआ। हालांकि यह गिरावट अस्थायी रही। पिछले छह महीनों में एलआईसी के शेयर में 13.98% की तेजी दर्ज की गई है। वहीं, पिछले एक महीने में कंपनी का शेयर करीब 1.45% गिरा, और एक साल के दौरान इसमें लगभग 5.42% की कमी आई है।

 

इसके बावजूद एलआईसी का बाजार पूंजीकरण यानी मार्केट कैप 5.66 लाख करोड़ रुपए है, जिससे यह देश की टॉप-10 सबसे वैल्यूएबल कंपनियों में अपनी जगह बनाए हुए है।

 

बीमा क्षेत्र में एलआईसी का दबदबा

 

एलआईसी की स्थापना 1956 में हुई थी। तब से लेकर आज तक यह कंपनी देश के बीमा क्षेत्र में अग्रणी बनी हुई है। वित्त वर्ष 2024-25 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के लाइफ इंश्योरेंस मार्केट में एलआईसी की हिस्सेदारी 65.83% है। यह दर्शाता है कि निजी बीमा कंपनियों के आने के बावजूद एलआईसी का भरोसा और पकड़ दोनों मजबूत हैं।

 

पिछले वित्त वर्ष में एलआईसी ने 1.78 करोड़ नई पॉलिसियां जारी कीं, जिससे कंपनी को ₹2,26,669 करोड़ की पहली वर्ष की प्रीमियम इनकम प्राप्त हुई।

 

ग्राहकों के लिए विविध योजनाएं

 

एलआईसी अपने ग्राहकों की जरूरतों के हिसाब से कई प्रकार की बीमा योजनाएं प्रदान करती है। इनमें टर्म प्लान्स, एंडोमेंट प्लान्स, हेल्थ इंश्योरेंस, और पेंशन योजनाएं शामिल हैं। इसके टर्म इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स जैसे न्यू टेक टर्म और डिजी टर्म आज युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय हैं, क्योंकि ये फ्लेक्सिबल प्रीमियम ऑप्शन और लेवल या बढ़ते सम अश्योर्ड जैसी सुविधाएं प्रदान करते हैं।

 

भविष्य की दिशा

 

वित्त विशेषज्ञों का कहना है कि एलआईसी आने वाले तिमाहियों में भी मजबूत प्रदर्शन जारी रख सकती है। बीमा की मांग बढ़ने के साथ-साथ डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और ऑनलाइन पॉलिसी सेवाओं के कारण कंपनी का ग्राहक आधार और विस्तृत हो रहा है।

 

एलआईसी का यह प्रदर्शन न केवल कंपनी के लिए, बल्कि भारत के बीमा क्षेत्र के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। विशेषज्ञों का मानना है कि एलआईसी की स्थिर वृद्धि और बाजार में उसकी गहरी पकड़ आने वाले वर्षों में इसे और अधिक प्रतिस्पर्धी और मुनाफे वाली कंपनी बना सकती है।

 

कुल मिलाकर, एलआईसी ने एक बार फिर यह साबित किया है कि वह सिर्फ एक बीमा कंपनी नहीं, बल्कि भारत की आर्थिक मजबूती का प्रतीक भी है।