iPhone 17 Series: टेक दिग्गज एप्पल (Apple) ने बीते 9 सितंबर को iPhone 17 सीरीज को लॉन्च किया। इस लॉन्च के साथ ही एप्पल ने अपने ‘Plus’ मॉडल को ड्रॉप कर दिया है जिसकी जगह अब ‘Air’ वेरिएंट ने अब ले ली है।
कुछ साल पहले जब Plus वर्जन लॉन्च हुआ था, तब इसे बड़े स्क्रीन और ज्यादा बैटरी वाला ‘मिड-टियर’ ऑप्शन माना गया था। लेकिन अब कंपनी ने इसे पूरी तरह से ड्रॉप कर दिया है। सवाल यही है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ?
Plus की कहानी: लॉन्च से लेकर अलविदा तक
एप्पल ने Plus मॉडल को उस वक्त पेश किया था जब यूजर्स बड़े स्क्रीन वाले फोन की डिमांड कर रहे थे। iPhone 14 Plus, iPhone 13 Mini के फ्लॉप होने के बाद आया था और इसे ‘बैटरी किंग’ कहा गया। बड़े डिस्प्ले, लंबे बैटरी बैकअप और सस्ते Pro वाले टैगलाइन के साथ ये मॉडल आया, ताकि लोग Pro पर न जाकर मिड-टियर चुन सकें।
लेकिन मार्केट में Plus वर्जन उतना हिट नहीं हो पाया जितनी कंपनी ने उम्मीद की थी। ज्यादातर लोग या तो बेस मॉडल (iPhone 14, 15) चुनते रहे या फिर सीधा Pro पर अपग्रेड कर गए। बीच का रास्ता किसी को ज्यादा आकर्षित नहीं कर पाया।
क्यों फेल हुआ Plus मॉडल?
प्राइसिंग का झोल: Plus और Pro में प्राइस का अंतर बहुत कम था। ऐसे में ज्यादातर कस्टमर सोचते थे कि थोड़ा और पैसे डालकर Pro ही क्यों न ले लें।
फीचर गैप: Plus सिर्फ बड़ी स्क्रीन और बैटरी दे रहा था, लेकिन कैमरा और प्रोसेसर वही थे जो बेस मॉडल में मिलते थे। वहीं Pro में Dynamic Island, ProMotion डिस्प्ले और बेहतर कैमरा जैसे फीचर थे।
पोजिशनिंग क्लियर नहीं थी: बेस मॉडल एंट्री-लेवल था, Pro प्रीमियम था। लेकिन Plus को आखिर किस कैटेगरी में रखा जाए ये कन्फ्यूजन बना रहा।
एप्पल ने अब साफ कर दिया है कि वो अपनी लाइनअप को ‘क्लियर कट’ रखना चाहता है। यानी बेस मॉडल उन लोगों के लिए जो iPhone लेना चाहते हैं लेकिन बजट लिमिटेड है। और Pro मॉडल्स उन लोगों के लिए जो लेटेस्ट और हाई-टेक फीचर चाहते हैं।
क्या मिड-टियर फोन अब काम नहीं करते?
Apple द्वारा Plus मॉडल हटाना एक बड़ा मैसेज है। इसका मतलब है कि कम से कम प्रीमियम ब्रांड्स के लिए मिड-टियर स्मार्टफोन अब ज्यादा सस्टेनेबल नहीं हैं।
बाकी ब्रांड्स पर असर
अब सवाल उठता है कि Samsung, OnePlus जैसे ब्रांड्स क्या करेंगे?
Samsung के पास Galaxy S, S Plus और Ultra जैसे मॉडल हैं। अगर Apple के केस से सीख लें तो संभव है कि Samsung भी आने वाले सालों में ‘Plus’ को हटाकर S और Ultra पर फोकस करे। वैसे भी, ज्यादातर लोग या तो बेस S खरीदते हैं या फिर Ultra।
OnePlus के पास नंबर सीरीज और Pro मॉडल आते हैं। Pro ज्यादा बिकता है और बेस मॉडल के लिए भी डिमांड रहती है। मिड-टियर मॉडल्स (जैसे OnePlus 11R) धीरे-धीरे भीड़ में खो जाते हैं।
यानी Apple का ये कदम इंडस्ट्री में एक नई ट्रेंड सेट कर सकता है। कंपनियां अपने फोन लाइनअप को और क्लियर बनाएंगी ताकि कस्टमर कन्फ्यूज न हों।
Plus की जगह अब Air
Apple ने iPhone Plus वेरिएंट को बंद कर उसकी जगह नया iPhone Air वेरिएंट पेश किया है। यह फोन Plus की तरह मिड-टियर सेगमेंट में रखा गया है, लेकिन इसका फोकस बैटरी या स्क्रीन पर नहीं बल्कि पतले और हल्के डिजाइन पर है।
iPhone 17 Air सिर्फ 5.6 mm मोटाई, Titanium बॉडी और A19 Pro चिप के साथ अब तक का सबसे स्लिम iPhone है। कंपनी ने इसमें 6.5-इंच OLED डिस्प्ले, 48MP कैमरा और पूरा दिन चलने वाली बैटरी का दावा किया है। हालांकि कुछ यूजर्स मानते हैं कि पतली बॉडी से बैटरी और कैमरा परफॉर्मेंस पर असर पड़ सकता है।