15 August 2025
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भारत हर साल 15 अगस्त को बड़े ही धूम और गर्व के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाता है। लेकिन इस दिन लोगों के मन में ध्वजारोहण (Flag Hoisting) और झंडा फहराना (Flag Unfurling) को लेकर काफी उलझन होती है। चलिए जानते हैं स्वतंत्रता दिवस के मौके पर क्या होता है।
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ध्वजारोहण का मतलब झंडे को नीचे से ऊपर की ओर खींचकर फहराना। यानी झंडा पहले फोल्ड किया हुआ होता है और उसे एक रस्सी के सहारे ऊपर खींचा जाता है। जब झंडा सबसे ऊपर पहुंचता है, तो उसे खोला (unfold) जाता है और फहराया जाता है।
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झंडा फहराने का मतलब होता है झंडे को खोलना। इस प्रक्रिया में झंडा पहले से ही पोल के ऊपर बंधा होता है, लेकिन फोल्ड किया हुआ होता है। समारोह के दौरान उसे सिर्फ खोला जाता है, ऊपर खींचा नहीं जाता।
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स्वतंत्रता दिवस पर, ध्वजारोहण यानी की Flag Hoisting होता है। झंडा फहराना (Flag Unfurling) 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौका पर होता है।
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15 अगस्त 1947 को भारत ने अंग्रेजों से आजादी हासिल की थी, और तब पहली बार झंडा फहराया गया था। इस दिन देश अपने स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर खुद को स्थापित करता है, इसलिए झंडे को फिर से 'उठाकर' फहराना एक प्रतीक है कि हमने स्वतंत्रता पाई है।
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इस दिन हमारा झंडा पहले से स्थापित होता है, इसलिए उसे केवल खोला (unfurled) जाता है। राष्ट्रपति, जो देश के प्रमुख होते हैं, इस दिन झंडा अनफर्ल करते हैं।
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ध्वजारोहण आजादी की जीत का प्रतीक है, वहीं झंडा फहराना एक संप्रभु और गणराज्य राष्ट्र के गर्व को दर्शाता है।
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